Kitaab
Tuesday, August 12, 2014
अहंवाद
ये
बजता बहुत है
चीखता भी बहुत है
न सुनो तो मचलता
भी बहुत है
मुझ में, मुझसे
ज़्यादा वो रहता है
मेरा "मैं"
अहंवाद
Monday, August 4, 2014
आप मुझसे मिज़ाजे ए हाल न पूछा करे
मैने उँगली थाम रखी है ज़िंदगी की
रंगीन तस्वीरे
अंदर लगी अर्ध नग्न तस्वीरे बाहर
खड़ी औरतो को खारीज़ करती है
आँखों में रंगीन तस्वीरे ठहरी है सबके
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