कुछ कोरे पन्ने भरना
कुछ खयालो को बेख्याली कहना
कुछ बेवजह की बातों पर
बेवक़्त मुस्कराना, कुछ
धड़कनो को थामना
और कुछ पतंगों सा
हवा में उड़ना
कुछ खयालो को बेख्याली कहना
कुछ बेवजह की बातों पर
बेवक़्त मुस्कराना, कुछ
धड़कनो को थामना
और कुछ पतंगों सा
हवा में उड़ना
प्रेम के अजब हाल हैं
न कोई रंग होना
फिर भी रंगो से होना
न कोई गंध
मगर महका हर
जगह
रंगो से भर जाओ अबके होली में
टेसू महक रहा है गली गली में
न कोई रंग होना
फिर भी रंगो से होना
न कोई गंध
मगर महका हर
जगह
रंगो से भर जाओ अबके होली में
टेसू महक रहा है गली गली में
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