वक्त ने जलाकर खाक पहला दिन किया।
रफ्ता रफ्ता दिल बहल रहा है फिर दुनियाँ
के तमाशो से,डर हैं फिर कहीं जले सूरज की
राख आसमान को काला न कर दे और मन
टिमटिमाते सितारो को देख अपनी
चमक ढूंढने लगे...
के तमाशो से,डर हैं फिर कहीं जले सूरज की
राख आसमान को काला न कर दे और मन
टिमटिमाते सितारो को देख अपनी
चमक ढूंढने लगे...
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